स्टॉक एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में डेल्टा कॉर्पोरेशन (Delta Corp) ने कहा कि जीएसटी डीजीजीआई कोलकाता ने 13 अक्टूबर को उसकी सहायक कंपनी डेल्टा टेक गेमिंग को टैक्स डिमांड नोटिस भेजा।
ऑनलाइन गेमिंग कंपनी डेल्टा को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) विभाग से 6,384 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस मिला है। इससे कंपनी की कुल कर देनदारी बढ़कर ₹23,000 करोड़ हो गई।
स्टॉक एक्सचेंजों को दी गई जानकारी में डेल्टा कॉरपोरेशन ने कहा कि जीएसटी सूचना महानिदेशालय (डीजीजीआई), कोलकाता ने 13 अक्टूबर को उसकी सहायक कंपनी डेल्टा टेक गेमिंग को टैक्स डिमांड नोटिस भेजा। इस नोटिस में कंपनी से जनवरी, 2018 से लेकर नवंबर, 2022 की अवधि के लिए 6,236.8 करोड़ रुपये का जीएसटी चुकाने को कहा गया है।
इसके साथ ही जुलाई, 2017 से अक्टूबर, 2022 की अवधि के लिए 147.5 करोड़ रुपये की एक अन्य टैक्स मांग भी की गई है। हालांकि, कंपनी ने टैक्स मांग को मनमाना और गैरकानूनी बताया और कहा कि वह इसे पूरा करने के लिए सभी कानूनी तरीकों का इस्तेमाल करेगी।
डेल्टाटेक गेमिंग कर मांग, ब्याज और जुर्माने का भुगतान करेगा
कंपनी ने कहा, ‘नोटिस में डेल्टाटेक गेमिंग को टैक्स भुगतान में कथित कमी को ब्याज एवं जुर्माने के साथ चुकाने की सलाह दी गई है। ऐसा न करने पर कंपनी को एक कारण बताओ नोटिस भेजे जाने की बात भी कही गई है।’
नोटिस में कहा गया है कि डेल्टा टेक गेमिंग के सीईओ (CEO)और प्रबंध निदेशक (MD) दिन-प्रतिदिन के कार्यों के लिए भी जिम्मेदार होंगे और उन्हें जीएसटी कानून के तहत दंडित किया जा सकता है।
पिछले महीने भी भेजा गया था डेल्टा ग्रुप को 16,800 करोड़ रुपये मूल्य का टैक्स नोटिस
डेल्टा एयर लाइन्स का कहना है कि इस घोषणा में गणना की गई राशि संबंधित अवधि के दौरान खेले गए सभी खेलों पर लगाए गए दांव की कुल राशि पर आधारित है। कंपनी ने कहा कि जुआ प्रतिभागियों से एकत्र की गई कुल राशि के बजाय दांव पर जीएसटी की आवश्यकता गेमिंग उद्योग के लिए चिंता का विषय है और उद्योग निकाय पहले ही सरकार के साथ इस मुद्दे को उठा चुके हैं। पिछले महीने, डेल्टा ग्रुप को भी एक शोपीस नोटिस दिया गया था, जिसमें उससे 16,800 करोड़ रुपये का कर चुकाने को कहा गया था।
अगस्त में जीएसटी काउंसिल की बैठक में इस बात पर सहमति बनी थी कि ऑनलाइन जुआ और कैसीनो व्यवसायों पर सकल सट्टेबाजी राशि के 28% की दर से जीएसटी लागू किया जाएगा।