“Scam 2003” Web Series 2023: आम आदमी किसी भी तरह अपना हर जरूरी टेक्स भरता है। चाहे वह टैक्स प्रत्यक्ष रूप से लिया जाए या फिर अप्रत्यक्ष रूप से। ताकि उसे टैक्स के पैसे से हमारे देश का विकास हो सके। जो लोग टैक्स भरने में असक्षम होते हैं। वह भी किसी न किसी तरह से अपना कुछ योगदान तो करते ही हैं। परंतु उस विकास के रास्ते में कई सारे ऐसे घोटाले और धांधली आ जाता है, जो विकास को पूरी तरह से स्थगित कर देता है। इसी तरह एक घोटाला स्कैम 2003 में हुआ था। इसके बारे में आप इतिहास उठा कर देख सकते हैं।
घोटाला (Scam) होने के कारण और इसके कारण पड़ने वाले प्रभाव
दोस्तों! आपको बता दे कि घोटाला होने का मुख्य कारण बेरोजगारी ही होता है। अक्सर बेरोजगारी बढ़ने के कारण लोग घोटाला करने पर उतर आते हैं। सोनीलिव पर स्कैम 1992 की सफलता के बाद एक नई वेब सीरीज स्कैम 2003 आई है। आपको बता दे अब्दुल करीम तेलगी कि यह कहानी तीन दशक बीतने के बाद दुनिया के सामने भारत की अर्थव्यवस्था खुल जाने के बाद कि हैं। अब्दुल करीम तेलगी पैसा कमाना नहीं बल्कि छिपना चाहता था। किसी भी तरह पढ़ाई पूरी कर नौकरी न मिलने के बाद वह ट्रेन में फल बेचने लगा। जिसे बेचकर वह भाई की पढ़ाई और मां की देखभाल करता था। परंतु उसकी किस्मत पलटने में डर नहीं लगी और देश के भाग्य में 30 करोड़ तक का स्पैम लिख गया।
अब्दुल करीम तेलगी द्वारा किए गए स्पैम (Scam) से जुड़ी सभी जरूरी सूचनाएं
स्टैंप पेपर की महत्वता से हर कोई वाकिफ है। इस पर लिखी हर चीज पत्थर की लकीर के समान होती है। जिसका फायदा अब्दुल करीम तेलगी उठाते हुए स्टैंप पेपर छापने का कारोबार शुरू कर दिया। साथ ही करीम ने अपने तेज दिमाग की मदद से सरकारी सिस्टम के बराबर ही अपना सिस्टम भी कर लिया। यह पूरी घटना Scam 2003 में दिखाई गई है। अब्दुल्ल ने अपनी अकलमंदी के आगे सभी लोग नेता हो या पुलिस सभी को अपने अंदाज से धराशाही कर देता। साथ ही यह भी बताता की सारे सिस्टम पैसा के आगे फेल है।
2003 में निकले स्कैम के द्वारा निर्देशक तुषार हीरानंदानी ने अब्दुल करीम तेलगी की काबिलियत को परखते हुए इस बात की जिक्र की है, कि जिन लोगों को सत्ता नहीं पहचान पाती। उसे करीम बेझिझक पहचान लेता था। सीरीज में उन्होंने अभी दिखाया है कि अब्दुल अपने साथी दिमाग की मदद से जो लोग देश के हित में काम करते थे, उन्हें अपने पक्ष में कर लेता था। आपको बता दे, यह सीरीज संजय सिंह लेखक द्वारा अब्दुल करीम तेलगी पर लिखी हुई एक किताब पर आधारित है। इन सीरीज के माध्यम से लेखक ने व्यवस्था की कमियों को उजागर किया है।